Bewafa Shayari In Hindi

Bewafa Shayari In Hindi

Bewafa Shayari In Hindi :- आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए Bewafa Shayari In Hindi या दर्द भरी शायरी इन हिंदी लेकर आए हैं।

जिसके जरिए आप अपने दिल की दासता दूसरों तक पहुंचा सकता है। अक्सर मोहब्बत में धोखा या बेवफाई देखने को मिलती है,  ऐसे में लोग अपने दर्द का  इजहार करने के लिए दर्द भरी शायरी का सहारा लेते हैं।

इसी वजह से आज यहां बेवफाई से संबंधित शायरी प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसके जरिए प्यार में धोखा खाए लोग अपने एहसास को इन शायरी के जरिए बयान कर सकें। तो आइए Bewafa Shayari In Hindi पढ़ते हैं।


Bewafa Shayari In Hindi

1 . कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,

कभी याद आकर उनकी जुदाई मार गयी,

बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,

आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।

2 . तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई,

अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी।

  1. सारी भूलें तेरी माफ़ की, सब खताओं को तेरी भुला दिया,

गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया।

  1. सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे,

जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा।

  1. इश्क में डूबी हुई कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं,

बेवफाई के हर शेर पे वो वाह-वाह करते हैं।

  1. हर भूल तेरी माफ़ की

तेरी हर खता को भुला दिया,

गम है कि मेरे प्यार का

तूने बेवफाई सिला दिया।

  1. बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी,

मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी,

जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में,

कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी।

  1. रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो,

ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो।

  1. ऐसे कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को,

यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है।

  1. पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई,

बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया।

  1. यूँ नाराज़ मत हुआ करो हमसे इतना मेरे सनम,

बदकिस्मत ज़रूर हैं हम मगर बेवफा नहीं।

  1. बेवफा वक़्त था? तुम थे? या मुकद्दर था मेरा?

बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला।

  1. मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़,

गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो।

  1. नजर-नजर से मिलेगी तो सर झुका लेगा,

वह बेवफा है मेरा इम्तिहान क्या लेगा,

उसे चिराग जलाने को मत कह देना,

नासमझ है अपनी उँगलियाँ जला लेगा।

  1. तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,

हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।

  1. कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थी,

कि तुझे अलविदा भी ना कह सका,

तेरी सादगी में इतना फरेब था,

कि तुझे बेवफा भी न कह सका।

  1. यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही,

दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं,

मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे,

वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं।

  1. बहुत अजीब था वो हिज्र का आलम,

कि तुझे अलविदा भी न कह सका,

तेरी मासूमियत में इतना फ़रेब था

कि तुझे बेवफ़ा भी न कह सका।

  1. उसकी याद में हम बरसों रोते रहे,

बेवफ़ा वो निकले बदनाम हम होते रहे,

प्यार में मदहोशी का आलम तो देखिये,

धूल चेहरे पर थी और हम आईना साफ़ करते रहे।

  1. मेरी वफा के क़ाबिल नहीं हो तुम,

प्यार मिले ऐसे इन्सान नहीं हो तुम,

दिल क्या तुम पर ऐतबार करेगा,

प्यार मे धोखा दिया ऐसे बेवफा हो तुम।



    Bewafa Shayari In Hindi
  1. अब के अब तस्लीम कर लें तू नहीं तो मैं सही,

कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।

  1. बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे-धीरे,

एक शहर अब इनका भी होना चाहिए।.

  1. मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने,

किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने।

  1. इस दुनिया में अजनबी रहना ही ठीक है।

कुछ लोग बहुत तकलीफ देते है,

अक्सर अपना बनाकर।

  1. बहुत दर्द देती है, आज भी वो यादें।

जिन यादों में तुम नजर आते हो।

  1. मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,

अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता।

  1. गम नहीं कि तुम बेवफा निकले,

मगर अफ़सोस तो इस बात का है,

वो सब लोग सच निकले,

जिनसे हम तुम्हारे लिए लड़े।

  1. चाहते हैं वो हर रोज नया चाहने वाला.

ऐ खुदा मुझे रोज इक नई सूरत दे दे।

  1. सारी भूलें तेरी माफ़ की, सब खताओं को तेरी भुला दिया,

गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया।

  1. वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,

हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।

  1. जिनकी शायरियों में दर्द होता है

वो शायर नही किसी बेवफा का दीवाना होता है।

  1. तू भी आईने की तरह बेवफा निकला,

जो सामने आया उसी का हो गया।

  1. रहने दे ये किताब तेरे काम की नहीं,

इस में लिखे हुए हैं वफाओं के तज़करे।

  1. उसे बेवफा कहेंगे तो,

अपनी ही नजर में गिर जाएंगे हम।

वो प्यार भी अपना था और,

वो पसंद भी अपनी थी।

  1. बातों में तल्खी और लहजे में बेवफाई,

लो ये मोहब्बत भी पहुँची अंजाम पर।

  1. बहुत अजीब था वो हिज्र का आलम,

कि तुझे अलविदा भी न कह सका,

तेरी मासूमियत में इतना फ़रेब था

कि तुझे बेवफ़ा भी न कह सका।

  1. रुशवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को, ए दुनिया वालो,

मेहबूब तुम्हारा बेवफा है, तो इश्क़ का क्या गनाह।

  1. तन्हाई में रोना और,

दुनिया वालों के सामने हंसना,

मजबूरी है हमारी।

हां! पता है बेवफा है वो,

लेकिन सच्ची मोहब्बत है, वो हमारी।

  1. तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है,

हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते हैं।

  1. हाथ पकड़कर रोक लेते अगर,

तुझ पर जरा भी जोर होता मेरा।

ना रोते हम यूं तेरे लिए,

अगर हमारी जिंदगी में,

तेरे सिवा कोई और होता।

  1. उन्हें एहसास हुआ है इश्क़ का हमें रुलाने के बाद,

अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद,

क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया,

यहाँ लोग भूल जाते हैं किसी को दफनाने के बाद।



    Bewafa Shayari In Hindi
  1. इस दुनिया में जीने की चाहत न होती,

अगर खुदा ने मोहब्बत बनाई न होती,

इस तरह लोग मरने की आरज़ू न करते,

अगर मोहब्बत में बेवफ़ाई न होती।

  1. बंद कर देना खुली आँखों को मेरी आके तुम,

अक्स तेरा देख कर कह दे न कोई बेवफा।

  1. मैं नहीं बेवफा, मेरा ऐतबार कर ले।

दे दे मुझे मौत या फिर प्यार कर ले।

  1. जाते-जाते उसके आखिरी अल्फाज़ यही थे,

जी सको तो जी लेना मर जाओ तो बेहतर है।

  1. क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों,

वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए।

  1. ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,

मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,

दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,

मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।

  1. हमारी तबियत भी न जान सके हमे बेहाल देखकर,

और हम कुछ न बता सके उन्हें खुशहाल देखकर।

  1. बेवफ़ाई से ज्यादा क्या चीज होगी,

ग़म-ए-हालत जुदाई से बढ़कर क्या होगी,

जिसे देनी हो सज़ा उम्र भर के लिए,

सज़ा तन्हाई से बढ़कर और क्या होगी।

  1. ये ख्याल भी अच्छा है बफादार हो तुम,

बेवफा हम हैं इलज़ाम भी कम नहीं।

  1. हमदम तो ता उम्र साथ चलते हैं,

राहें तो बेवफ़ा बदलते हैं,

आपका चेहरा है जब से मेरे दिल में,

जाने क्यों लोग मेरे दिल से जलते हैं।

  1. गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,

पी के ज़हर दवा से डरते हैं,

दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं हमको,

हम तो दोस्तों की बेवफाई से डरते हैं।

  1. तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई,

अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी।

  1. जो भी मिला वो हम से खफा मिला,

देखो दोस्ती का क्या सिला मिला,

उम्र भर रही फ़क़त वफ़ा की तलाश,

पर हर शख्स मुझको बेवफ़ा मिला।

  1. एक आदत बनी थी,

मुझे तेरे साथ जीने की – “ऐ बेवफा”

पता तो मुझे भी था, कि

मरूँगा तो मैं अकेले ही।

  1. सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे,

जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा।

  1. मैं हर रात तेरी फोटो देखता हूं।

और सोचता हूं,

क्या तू वही है?

जिससे मैंने प्यार किया था।

  1. मोहब्बत का नतीजा दुनिया में,

हमने बुरा देखा।

जिन्हें दावा था वफा का,

उन्हें भी हमने बेवफा देखा।

  1. बेवफ़ा से कभी प्यार नहीं होता,

मरने के बाद इंतज़ार नहीं होता,

दोस्ती देख कर करना मेरे दोस्त,

हर दोस्त वफ़ादार नहीं होता।

  1. खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगी,

बस प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िन्दगी,

हँस लेता हूँ लोगों को दिखाने के लिए,

वैसे तो दर्द की किताब है मेरी ज़िन्दगी।

  1. मत गिरा अपने झूठे इश्क के आसूं

मेरी कबर पर।

अगर तुझमे वफा होती तो,

आज जिन्दगी हमसे यूँ खफा ना होती।



    Bewafa Shayari In Hindi
  1. बेवफ़ाई का मुझे… जब भी ख़याल आता है,

अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं।

  1. जीना चाहता हूँ मगर जिनदगी राज़ नहीं आती,

मरना चाहता हूँ मगर मौत पास नहीं आती,

उदास हूँ इस जिनदगी से,

क्युकी उसकी यादे भी तो तरपाने से बाज नहीं आती।

  1. मेरे साथ गुजारे दिन को,

संभाल के रखना…”ऐ बेवफा”।

अबकी बार बीते हुए दिन,

वापिस आयेंगे, मैं नहीं।

  1. जब रिश्ता नया होता है तो

लोग बात करने का बहाना ढ़ुंढ़ते है,

और जब वही रिश्ता पुराना हो जाता है,

तो लोग दूर होने का बहाना ढूढ़ते है।

  1. रात की गहराई आँखों में उतर आई,

कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,

ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,

कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।

  1. बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल-ए-जाना,

आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम।

  1. उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था,

कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,

बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम,

प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।

  1. दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,

रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,

बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,

और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता।

  1. उनकी सारी गलतियों को हम

उनकी नादानी समझ कर भूल गए,

कभी समझ में नहीं आया नादान वो थे या हम।

  1. अब के अब तस्लीम कर लें तू नहीं तो मैं सही,

कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।

  1. कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे,

कभी जो हम पर जान निसार करते थे,

भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं,

जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे।

  1. दिल अमीर था और मुकद्दर गरीब था..

अच्छे थे हम मगर बुरा नसीब था..

लाख कोशिश कर के भी कुछ ना कर सके हम..

घर भी जलता रहा और समंदर भी करीब था।

  1. हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,

हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला,

अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,

हर कोई मकसद का तलबगार मिला।

  1. साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती,

दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती,

अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त,

कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।

  1. हाथ पकड़कर रोक लेते अगर,

तुझ पर जरा भी जोर होता मेरा।

ना रोते हम यूं तेरे लिए,

अगर हमारी जिंदगी में,

तेरे सिवा कोई और होता।

  1. जिंदगी हमारी यूं सितम हो गई

खुशी ना जानें कहां दफन हो गई,

लिखी खुदा ने मुहब्बत सबकी तकदीर में,

हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गई!

  1. तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,

वरना हमको कहाँ तुम से शिकायत होगी,

ये तो वही बेवफ़ा लोगों की दुनिया है,

तुम अगर भूल भी जाओ जो कौन सी नई बात होगी।

  1. अच्छा होता जो उस से प्यार न हुआ होता,

चैन से रहते हम जो दीदार न हुआ होता,

हम पहुँच चुके होते अपनी मंज़िल पर,

अगर उस बेवफा पर ऐतबार न हुआ होता।

  1. कभी फुर्सत मिले तो इतना जरुर बताना।

वो कौन सी मोहब्बत थी?

जो हम तुम्हें दे ना सकें।

  1. बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है,

यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है,

तड़प उठता हूँ “दर्द” के मारे…

ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है,

अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ,

मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है।



    Bewafa Shayari In Hindi
  1. इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती,

तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती,

अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत,

तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती।

  1. बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,

बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,

ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से,

आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से।

  1. किसी बेवफा ने मेरे दिल को तोड़ दिया।

इसलिए हमने रास्ता मोड़ लिया।

दिल की बात मत करना दोस्त,

हमने तो प्यार करना ही छोड़ दिया।

  1. वो कब थी तुम्हारी दोस्त?

जो छोड़ने की बात कर रहे हो।

शायद तुम्हें ही गलतफहमी है,

जो इसे बिछड़ना नाम दे रहे हो।

  1. वो छोड़ के गए हमें,

न जाने उनकी क्या मजबूरी थी,

खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,

ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।

  1. मुझे दफनाने से पहले,

मेरा दिल निकालकर उसे दे देना,

मैं नहीं चाहता कि,

वो खेलना छोड़ दे।

  1. धीरे धीरे सब दूर होते गए

वक़्त के आगें मजबूर होते गए

रिस्तों में हमने ऐसी चोट खाई की

बस हम बेवफा और सब बेकसूर होते गए। ??

  1. अब किसी और से मोहब्बत कर लूँ,

तो शिकायत मत करना।

ये बुरी आदत भी मुझे,

तुमसे ही लगी है।

  1. अब भी ताज़ा है ज़ख़्म सीने में,

बिन तेरे क्या रखा है जीने में,

हम तो ज़िंदा हैं तेरा साथ पाने को,

वरना देर कितनी लगती है ज़हर पीने में!!

  1. सच का कोई मोल नहीं,

झूठों का बाजार है।

बेवफा तो हर मोड़ पे मिली।

बस बोलती थी,

हमको तो तुम्ही से प्यार है।

  1. किससे होकर खफा,

किससे बेवफाई कर रहे हैं।

दिल में अँधेरा लिए लोग,

जमाने में रौशनी भर रहे हैं।

  1. टूटा हो दिल तो दुःख होता है,

करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है,

दर्द का एहसास तो तब होता है,

जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है

  1. मिल के नजर से नजर लूट लेंगे।

ये बेवफा जलवे जिगर लूट लेंगे।

हसीनों पे हरगिज भरोसा ना करना,

खुद की कसम से ये घर के घर लूट लेंगे।

  1. जाने दुनिया में ऐसा क्यों होता है,

जो सबको खुशी दे वही क्यों रोता है,

उम्र भर जो साथ न दे सके,

वही ज़िन्दगी का पहला प्यार क्यों होता है?

  1. सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं।

दूर है, वो मुझसे पर मैं खफा नहीं।

मालूम है अब भी प्यार कती है वो मुझसे,

बस थोड़ी सी जिद्दी है, मगर बेवफा नही।

  1. हमने भी किसी से प्यार किया था,

हाथो मे फूल लेकर इंतेज़ार किया था,

भूल उनकी नही भूल तो हमारी थी,

क्यों की उन्हो ने नही, हमने उनसे प्यार किया था।

  1. था कोई जो मेरे दिल को जख्म दे गया।

जिंदगी भर रोने की कसम दे गया।

लाखों फूलों में से एक फूल चुना था मैंने,

जो काटों से भी गहरा जख्म दे गया।

  1. आंसूओ तले मेरे सारे अरमान बह गये

जिनसे उमीद लगाए थे वही बेवफा हो गये,

थी हमे जिन चिरागो से उजाले की चाह

वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये.

  1. तुम्हारी याद के साए मेरे दिल के अँधेरे में,

बहुत “तकलीफ” देते हैं मुझे जीने नहीं देते,

अकेली राह में हमराह कोई मिल तो जाता है,

मगर कुछ दर्द हैं जो दिल बहलने नहीं देते। ??

  1. सिर्फ चेहरे की उदासी से

भर आये तेरी आँखों में आँसू,

मेरे दिल का क्या आलम है

ये तो तू अभी जानता नहीं।



Bewafa Shayari In Hindi


निष्कर्ष:-

आज के इस लेख में हमने Bewafa Shayari In Hindi या दर्द भरी शायरी इन हिंदी प्रस्तुत किया है। ताकि मोहब्बत में धोखा खाने वाले लोग अपने दर्द का एहसास लोगों को समझा सके।

उम्मीद करते हैं, यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा। इसी के साथ यदि आपको यह अच्छा लगा हो, तो इसे सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा जरूर शेयर करें।

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