Charo Qul In Hindi

Charo Qul in Hindi | चारों क़ुल हिन्दी तर्जुमे के साथ | Charo Qul With Hindi Translation

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Charo Qul in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं, चारों कुल के बारे में। यह चारो कुल बहुत ज़ियादा मरतबा रखते हैं । यह चारों कुल फ़ातिया में भी पढें जाते हैं।

आज हम आप को बताएंगे, Charo Qul In Hindi और इसके साथ ही हम बात करेंगे, चारों कुल की कुछ ख़ास बातों के बारे में और उन के फायदों के बारे में।


Charo Qul In Hindi | चारों क़ुल हिन्दी

Charo Qul In Hindi

1:- Surah Kafiron In Hindi

  1. कुल या अय्यूहल काफिरून
  2. ला आ- बुदू मा ता’बुदून
  3. वला अंतुम आ बि दूना मा आबुद
  4. वला अना आबिदुम मा आ बद्दतुम
  5. वला अंतुम आ बि दूना मा आबुद
  6. लकुम दीनुकुम वलिया दीन

Surah Kafiron Meaning In Hindi | सूरह काफिरून का हिंदी अर्थ।

इन सब काफ़िरों को यह बता दिया जाता है, कि

तुम जिन की इबादत करते हो, एक मोमिन उन की इबादत नहीं करता।

एक मोमिन जिस ख़ुदा की इबादत करता है, तुम्हारा ईमान उस पर नहीं है।

एक सच्चा मोमिन कभी उस की इबादत नहीं करेगा, जिस की इबादत तुम करते हो।

और जो मोमिन का खुदा है, उसे तुम नहीं मानोगे।

इसलिए मोमिनों को उन का दीन मुबारक और तुम्हें तुम्हारा दीन मुबारक।

सूरह काफिरूँन पढ़ने के फ़ायदे | Surah Kafiron Benefits

बहुत लोग यह मानते हैं और कहते हैं, कि सूरह काफिरूँन पढ़ना एक चौथाई क़ुरान पाक पढ़ने के बराबर है। अगर कोई शख़्स सूरह काफिरूँन पढ़ता है, तो उसे बहुत से फ़ायदें होंगे।

  1. अगर आप के पास कोई  ख़ज़ाना या फिर कोई ऐसी चीज़ है, जो आप के दिल के बे-हद क़रीब हो और अगर चाहते हैं, कि को चीज़ हमेशा महफूज़ रहे, तो जब आप वह चीज़ कहीं रखते हैं, तो उस पर सूरह काफिरूँन पढ़ कर दम कर दीजिए ( यानी फूँक दीजिए)। सूरह काफिरूँन के लिए यह माना जाता है, कि जिस चीज़ पर सूरह काफिरूँन पढ़ कर दम किया जाए ( यानी फूँक दिया जाए ) उस चीज़ की हिफ़ाज़त ख़ुदा करता है।
  2. अगर आप को बहुत तेज़ भूख लगी हो और उस वक़्त आप किसी ऐसी जगह पर हैं या किसी ऐसे हालात में हैं, जहाँ आप को खाना न मिल सकता हो तो आप सूरह काफिरूँन पढ़ लीजिए आप की भूख शांत हो जाएगी।
  3. यह तो हम सब को पता ही है, कि इस्लाम में एक शहीद का मरतबा कितना बड़ा होता है, लेकिन क्या आप लोग यह जानते हैं, कि अगर कोई शख़्स सूरह काफिरूँन को पढ़ते पढ़ते मर जाता है| तो उसे भी इस्लाम में एक शहीद का मरतबा दिया जाता है और अगर वो सेहत-ए ईमान मरा है, तो ख़ुदा उस शख़्स को जन्नत अता करते हैं।
  4. मान लीजिए कि किसी जगह पर आप अकेले हैं और आपके दिल में अजीब अजीब से ख़्याल आ रहा है या डर लग रहा है, तो आप सूरह काफिरूँन का विरद कीजिए मतलब है, कि सूरह काफिरूँन का पाठ कीजिए। अगर आप कुछ दिनों तक लगातार ऐसे करेंगे तो आप का डर बिल्कुल ख़त्म हो जाएगा।
  5. जो भी शख़्स सूरह काफिरूँन को पढ़ता है, अल्लाह पाक उस शख़्स को ख़राब लोगों से बुरे कामों से और घटिया चीज़ों से दूर रखते हैं। आप अगर अपनी ज़िंदगी में नेक राह पर चल कर कामयाब होना चाहते हो फिर चाहें वो कामयाबी पढ़ाई में हो , नोकरी में हो , या तिजारत (Business) में हो सूरह काफिरूँन आप की मदद कर सकती है। अगर आप रोज़ बिना नगाह सूरह काफिरूँन को पढ़ेंगे, तो ख़ुदा आप को हमेशा बुरी चीज़ों और बुरे लोगों से बचाएगा और अच्छी की राह पर चलाएगा।

सूरह काफिरूँन को पढ़ने के और भी बहुत सारे फ़ायदें है|


2:- Surah ikhlaas सूरह इखलास

  • कुल हुवल्लाहु अहद
  • अल्लाहुस्समद
  • लम यलिद वलम यूलद
  • वलम यकूल लहू कुफुवन अहद

Surah Ikhlaas Meaning In Hindi | सूरह इखलास हिंदी में।

प्यारे नबी आप यह इन सबको बता दीजिए की सब का ख़ुदा एक है।

आल्हा ही हक़ है अल्लाह बड़ा बे नियाज़ है।

अल्लाह पाक माँ बाप भाई बहन ऐसे हर रिश्तों से पाक है,

न अल्लाह के साथ कोई हम सफ़र है,

न अल्लाह को किसी ने बनाया है न अल्लाह पाक की कोई औलाद है।

सूरह इख़लास की कुछ ख़ास बातें।

” सूरह इख़लास ” इस सूरह का नाम में इख़लास है, इख़लास का मतलब होता है, ख़ालिस ( Pure ) बिना मिलावट वाला। इस सूरह को पढ़ कर यह साफ़ हो जाता है, कि अल्लाह पाक की शान क्या है और आलाह पाक का मरतबा क्या है।

मुस्लिम शरीफ़ की हदीस नम्बर 1347 से यह पता चलता है, कि आयेशा रज़ि अल्लाहो तआला अन्हो का यह फ़रमान है, कि एक बार अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही वसल्लम ने एक दफ़ा एक शख़्स को एक लश्कर का सदर बना कर एक लशकर के साथ भेजा। वो शख़्स जब भी लोगों को नमाज़ पढ़ाते तो नमाज़ में अपनी रिकात को सूरह इख़लास पर ख़त्म कर देते।

लोगों ने जब यह बात अल्लाह के प्यारे नबी हुज़ूर हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही वस्सलम को बताई कि यह हज़रत हमेशा अपनी हर रिकात सूरह इख़लास पर ख़त्म करते हैं, तो अल्लाह के प्यारे नबी हुज़ूर हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही ववस्सलम ने फ़रमाया की तुम उस शख़्स से यह सवाल करों की वो ऐसा क्यों करता है, तो लोगों ने उन के पास जा कर उस शख़्स ने पूछा कि सहाब आप अपनी हर रिकात सूरह इख़लास पर क्यों ख़त्म करते हैं |

तो उस शख़्स ने जवाब दिया, कि यह सूरह अल्लाह पाक की रिफ़त बयान करती है और साबित करती है, कि अल्लाह पाक बेनियाज़ है, उसकी कोई औलाद नहीं है और न ही उसे किसी ने बनाया है और अल्लाह पाक के जैसा दूसरा कोई नहीं है। यह सूरह ख़ुदा की रहमत बयान करती है, इस सूरह से पता चलता है, कि ख़ुदा कितना रहम और करम करने वाला है|

इसलिए मैं अपनी हर रिकात सूरह इख़लास पर ख़त्म करता हूँ और इस सूरह से मोहब्बत करता हूँ। यह जवाब जब लोगों ने हुज़ूर हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही वसल्लम को बताया, तो प्यारे नबी ने फ़रमाया की जा कर उस शख़्स को यह बात बता दो कि ख़ुदा भी उस शख़्स से मोहब्बत करता है।

3:- Surah Falaq | सूरह फ़लक

  • कुल आ ऊजू बिरब्बिल फलक
  • मिन शर्री मा खलक़
  • वा मिन शर्री गासिकिन इजा वकब
  • वा मिन शर्रीन नाफ्फासाती फिल उकद
  • वा मिन शर्री हसिदिन इज़ा हसद

Surah Falaq Meaning in Hindi | सूरह फ़लक का मतलब हिंदी में।

या रसूल अल्लाह आप दुनिया को ये कह दीजिए, कि मैं अल्लाह पाक की बनाई इस दुनिया में जो भी शह (चीज़) ग़लत है , ख़राब है हर उस शह (चीज़) से पनाह माँगता हूँ।

काली रात के अँधेरे की बुराइयों से, दूसरों पर जादू करने वालियों से, किसी से हसद (जलन) रखने वालों से और हर तरह की बुराइयों से पनाह माँगता हूँ।

सूरह फ़लक़ के बारे में कुछ ख़ास बातें।

” सुरह-अल-फ़लक़ ” में ” फ़लक़ ” लफ़्ज़ आता है, जिसका मतलब होता है| सुबह, और ” फ़लक़ लफ़्ज़ की वजह से ही इस सूरह का नाम ” सुरह-अल-फ़लक़ ” रखा गया था।

सूरह फ़लक़ और सूरह नास को मिला कर “ मुअव्वजतैन ” कहा जाता है। जब इन दोनों सूरतों को उतारा गया तो अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही वसल्लम का फ़रमान हुआ कि: आज की रात अल्लाह ने मुझ पर जैसी आयतें नाज़िल करी है ( उतारी हैं ) ऐसी आयतें मैंने कभी नहीं देखीं। ( यह मुस्लिम शरीफ़ की हदीस है: 814 )।

इसी तरह इब्ने आबिस ज़हनी र. अ. से अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही व्सलम फ़रमाते हैं, कि: इब्ने आबिस आज मैं तुम्हें ऐसी बेहतरीन दो सूरतों के बारे में बता रहा हूँ, जिन सूरतों को पढ़ कर तुम पनाह माँग सकते हो। और फिर यह कह कर अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही व्सलम ने हज़रत इब्ने आबिस जहनी र. अ. को सूरह फ़लक़ और सूरह नास के बारे में बताया और कहा कि यह “ मुअव्वज़तैन ” हैं, मतलब पनाह मांगने के लिए सब से बेहतरीन दो सूरतें हैं। ( यह हदीस सहीह नसई में है: 5020)

4:- Surah Naas सूरह नास

  • कुल आउज़ू बी रब्बिन्नास
  • मलिकिन- नास
  • इलाहिन- नास
  • मिन शर्रिल वास्वसिल खन्नास
  • अल- लजी युवास्विसू फी सुदुरिन्नास
  • मीनल जिन्नती वन्नास

Surah Naas meaning in Hindi | सूरह नास का मतलब हिंदी में।

अल्लाह के प्यारे नबी आप इन दुनिया वालों को कह दीजिए कि: इस क़ायनात के ख़ुदा ने,

हर एक बशर के बादशाह ने

इन दोनों जहानों के माबूद ने जो यह दुनिया बनाई है इस दुनिया में जितनी भी बुराइयाँ हैं और शैतानी वसवसे हैं

मैं उस सब से पनाह माँगता हूँ।

ख़्वाह इंसानों से हर बुरी बलाओं से

जिनों जिन्नातों से और हर ग़लत शह ( चीज़ ) से पनाह चाहता हूँ।

सूरह नास की कुछ ख़ास बातें:-

सही बुख़ारी की एक हदीस यह है, कि अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही वसल्लम रात को जब सोने के लिए अपने बिस्तर पर जाते थे, तो सोने से पहले “सूरह नास” और सूरह इख़लास दोनों को पढ़ कर अपनी दोनों हथेलियों को मिला कर दोनों हथेलियों पर फूँक मारते थे और फिर दोनों हथेलियों को जितना मुमकिन हो सके उतना अपने जिस्म पर फेर लेते थे।

अपने सिर मुबारक से शुरू करते थे और फिर पूरे जिस्म पर फेर लेते थे और ऐसा अल्लाह पाक के प्यारे नबी हुज़ूर-अकरम-हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहू तआला अल्लालिही व्सलम 3 मरतबा करते थे।


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Conclusion:-

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताए  Charo Qul In Hindi. चारों कुल का हिंदी अर्थ जानने के साथ हम ने चारों कुल की कुछ ख़ास बातों और चारों कुल के फायदों के बारे में भी बात करी।

हमें आशा है, की हमारे इस अर्टिकल ( Chao Qul In Hindi ) में दी गयी जानकारी आपके काम आई होगी। आर्टिकल अच्छा लगा हो, तो अपने दोस्तों के शेयर जरूर करिए।

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